सलिल का अर्थ
[ selil ]
सलिल उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- नदी, जलाशय, वर्षा आदि से मिलने वाला वह द्रव पदार्थ जो पीने, नहाने, खेत आदि सींचने के काम आता है:"जल ही जीवन का आधार है"
पर्याय: जल, पानी, नीर, अंबु, अम्बु, पय, वारि, आब, तोय, पुष्कर, अंभ, अपक, उदक, उदक्, धरुण, तपोजा, रेतस्, अर्ण, वाज, ऋत, शवल, शवर, सवल, सवर, नलिन, घनरस, घनसार, दहनाराति, अस्र, अंध, अन्ध, अक्षित, शबर, वसु, कीलाल, तामर, इरा, नीवर, योनि, नार, कांड, काण्ड
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- सलिल दा से जीत पाना मुश्किल होता था .
- अपने मन का मेल भी , हँसकर 'सलिल' बुहार..
- गीत : एक कोना कहीं घर में -संजीव 'सलिल'
- तुमने कब चाहा दिल दरके ? -संजीव वर्मा 'सलिल'
- चित्र गुप्त रखना ' सलिल', मन्त्र न जाना भूल।
- चित्र गुप्त रखना ' सलिल', मन्त्र न जाना भूल।
- एक गीत : होता है... __ संजीव 'सलिल'
- दोहा सलिला : दोहा संग मुहावरा-२ -संजीव 'सलिल'
- सलिल के तम-श्याम शीशे में कोई श्वेत आकृति
- भारहीन सच को ' सलिल', कोई न सकता नाप.