ब्रह्ममेखल का अर्थ
[ berhemmekhel ]
परिभाषा
संज्ञा- एक प्रकार का तृण जो छप्पर आदि छाने के साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठानों में भी काम आता है:"इस सड़क के किनारे जगह-जगह मूँज उगी हुई है"
पर्याय: मूँज, मूंज, मूज, शारी, बहुतृण, रंजन, रञ्जन, इक्षुकांड, इक्षुकाण्ड, इक्ष्वांलिका