षटपद का अर्थ
[ setped ]
षटपद उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- / सूरदास का भ्रमर-गीत भौंरे को माध्यम बना कर लिखा गया है"
पर्याय: भौंरा, भँवरा, भ्रमर, अलिंद, अलिन्द, अली, भृंग, मधुकर, चंचरीक, भ्रमरा, बिंगी, मधुरसिक, मधुलिह, मधुलोलुप, मधुवामन, मधुव्रत, नीलांगु, मधुसूदन, मधुराज, मलिंद, मलिन्द, पद्मबंधु, पद्मबन्धु, द्विर, द्विरेफ, रेणुवास, अलि, मैलंद, मैलन्द, अलिक, कीलालप, अलिपक, अलिमक, भसन, खटपद, शैलेय
उदाहरण वाक्य
- अरुण दानव ने वर मांगा है कि मैं न तो दो पैर वालों से मरूं और न चार पैरवालों से , मेरा यह भ्रमररूप छः पैरोंवाला है , इसलिये भ्रमर षटपद भी कहलाता है।
- मैंने कहीं पढ़ा है- यथा मधु समादत् ते रक्षन् पुष् पाणि षटपद : तद्वदर्थान् मनुष् येभ् य आदद्यादविहिंसया मतलब भी बता दूं- जैसे भौंरा फूलों को नुकसान पहुंचाए बगैर उनसे रस प्राप् त करता है , वैसे ही राजा को चाहिए को वह प्रजा को पीड़ा दिए बगैर उनसे कर प्राप् त करे ।
- उनके द्वारा सुनाई गई अन्य कविताओं के शीर्षक थे- ‘ काया की माया रतनज्योति ' , ‘ चतुर्मास ' , ‘ सुबह से पहले ' , ‘ पान-फूल ' , ‘ षटपद ' , ‘ पुनुरोदय ' , ‘ चैत की चैपाई ' , ‘ भूल ' , ‘ सागर का सभागार ' , ‘ आएँगे हम भी अगर आ पाये ' , ‘ विलोमानुपात ' , ‘ पूस के खेत की रात , जगह जानी-पहचानी ' ।