सोमराज का अर्थ
[ someraaj ]
सोमराज उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- हिन्दू धर्मग्रंथों में वर्णित एक देवता:"चंद्रदेव को औषधियों का स्वामी कहा गया है"
पर्याय: चंद्रदेव, चन्द्रदेव, चंद्रमा, शशांक, इंदु, इन्दु, मयंक, कलानिधि, कलानाथ, कलाधर, चन्द्रमा, चन्द्र, चंद्र, हिमवान्, हिमांशु, अब्ज, अब्धिज, भग्नात्मा, निशारत्न, श्रीसहोदर, शंभुभूषण, शम्भुभूषण, पीयूषमहस, पीयूषरुचि, पीयूषवर्ष, तुंगीपति, तुंगीश, सिंधुनंदन, सिन्धुनन्दन, सिंधुपुत्र, सिन्धुपुत्र, नक्षत्रनाथ, त्रिनेत्रचूड़ामणि, नक्षत्रेश, ताराधिप, ताराधीस, तारेश, परिजन्मा, शशाङ्क, शशलक्षण, शशलांछन, शशलाञ्छन, शशमौलि, शशधर, कुरंग-लांछन, कुरंगलांछन, अभिरूप, अभिरूपक, शशभृत, तारकेश, ताराधीश, तारानाथ, म, विधु, तारापीड़
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- ] उनका विवाह सोमराज के साथ हुआ था .
- सोमराज देव ने 1180 में “संगीतरत्नावली” की रचना की।
- सोमराज देव ने 1180 में “संगीतरत्नावली ” की रचना की।
- - इसका निर्माण स्वयं चंद्रदेव सोमराज ने किया था .
- इस मंदिर का निर्माण सोमराज नामक एक ब्राम्हण द्वारा कराया गया।
- कहते हैं कि इसका निर्माण स्वयं चंद्रदेव सोमराज ने किया था .
- ऋग्वेद के अनुसार इसका निर्माण स्वयं चंद्रदेव सोमराज ने कराया था . .
- इस मौके पर सोमराज , रामचंद, शालीग्राम, जगदीश सिंह और सतपाल मौजूद रहे।
- आसाराम की और भी सच्चाई जानने के लिए एक अदभुत और क्रांतिकारी सच-लेखक सोमराज अग्रवाल . ..
- इलाकावासी सतपाल , रामपाल, नागरमल, सोमराज आदि ने बताया कि शाम ढलते ही यात्री वाहन चालकों की...