आगी का अर्थ
[ aagai ]
आगी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- जलती हुई लकड़ी, कोयला या इसी प्रकार की और कोई वस्तु या उस वस्तु के जलने पर अंगारे या लपट के रूप में दिखाई देने वाला प्रकाशयुक्त ताप:"आग में उसकी झोपड़ी जलकर राख हो गई"
पर्याय: आग, अग्नि, पावक, हुतासन, अनल, अगन, अगिया, अगिन, अगनी, अगिर, दाहक, आतश, आतिश, अनिलसखा, विंगेश, दाढ़ा, वह्नि, ध्वांतशत्रु, ध्वान्तशत्रु, ध्वांताराति, ध्वान्ताराति, पशुपति, वैश्वानर, अमिताशन, धरुण, विश्वप्स, पवन-वाहन, जगन्नु, सोमगोपा, शिखि, शिखी, वृष्णि, शुक्र, शुचि, तनूनपात्, तनूनपाद्, अय, तपुर्जम्भ, तपुर्जंभ, तपु, तमोहपह, तमोनुद, अर्क, बाहुल, जल्ह, चित्रभानु, कालकवि, अर्दनि, बहनी, नीलपृष्ठ, मलिनमुख, द्यु, अशिर, आगि, परिजन्मा, अगिआ, आज्यमुक, आशर, वर्हा, वसुनीथ, वसु, हेमकेली, आशुशुक्षणि, पर्परीक, लघुलय, आश्रयास, यविष्ठ, राजन्य, हृषु, बरही, भारत
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- वडवानळासी ॥ ३५७ ॥ हळाहळ आगी पियालें ।
- कुछ गुंडा कूदि-कूदि के आगी लगाय रहे रहै .
- धि ग मोहिं भयउँ बेनु बन आगी ।
- ( ख ) चारिहु पवन झकोरै आगी ।
- नयेचि कवणा ॥ ४८ ॥ आगी कां कुर्हाडी ।
- मेरा तेरा पटतरा , दीजै आगी मांहि।।
- गळती आहे ॥ २८७ ॥ आगी लगलिया रुखीं ।
- ते तो आगी ॥ ३६६ ॥ दृष्टादृष्टाचेनि नांवें ।
- जात्यंधु तो ॥ २४६ ॥ आगी उठिला आरोगणें ।
- पानी तिहां बूंद नहीं , आगी तिहां नहीं आंच।