ऊर्णनाभि का अर्थ
[ oorennaabhi ]
ऊर्णनाभि उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
- यह क्रिया किसी ब्रह्मबाह्य तत्व से नहीं होती , बल्कि जैसे ऊर्णनाभि (मकड़ी) अपने में से ही जाले को निकालती और निगलती है, जैसे पृथिवी में से औषधियाँ और शरीर से केश और लोम निकलते हैं, उसी प्रकार ब्रह्म से विश्वसृष्टि होती है।
- यह क्रिया किसी ब्रह्मबाह्य तत्व से नहीं होती , बल्कि जैसे ऊर्णनाभि (मकड़ी) अपने में से ही जाले को निकालती और निगलती है, जैसे पृथिवी में से औषधियाँ और शरीर से केश और लोम निकलते हैं, उसी प्रकार ब्रह्म से विश्वसृष्टि होती है।