मर्कटक का अर्थ
[ merketk ]
परिभाषा
संज्ञा- वृक्षों पर रहने वाला एक चंचल स्तनपायी चौपाया:"भारत में बंदरों की कई जातियाँ पाई जाती हैं"
पर्याय: बंदर, बन्दर, बानर, वानर, कीश, कपि, मर्कट, शाखामृग, तरुमृग, हरि, विटपीमृग, माठू, लांगुली, पारावत, शालावृक, शाला-वृक, दिव्यचक्षु, दिव्य-चक्षु, दिव्य चक्षु - एक कीड़ा जो अपने शरीर से निकले हुए एक प्रकार के तंतुओं से जाला बनाकर उसमें छोटे कीटों आदि को फँसाता है:"मकड़ी का भोजन उसके जाल में फँसे हुए छोटे कीट होते हैं"
पर्याय: मकड़ी, मकरी, तंतुवाय, तंतु-कीट, ऊर्णनाभ, ऊर्णनाभि, अष्टपाद, अष्टपद, अष्टापद - एक प्रकार का मोटा अन्न:"पुराने समय में अकाल के दिनों में लोगों को मँड़ुआ तक नसीब नहीं होता था"
पर्याय: मँड़ुआ, मड़ुआ, मड़ुवा, मरुवा, मरुआ, रागी, चरका - एक पौधा जिसका मोटा अन्न खाया जाता है:"खेत में मड़ुआ लहलहा रहा है"
पर्याय: मड़ुआ, मड़ुवा, मरुआ, मरुवा, गंध-पत्र, गन्ध-पत्र, स्थूलांशी - एक दैत्य :"मर्कटक का वर्णन पुराणों में मिलता है"