अष्टापद का अर्थ
[ asetaaped ]
अष्टापद उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- / चैतन्य महापुरुष के शरीर से स्वर्ण जैसी आभा निकलती थी"
पर्याय: सोना, स्वर्ण, कंचन, हेम, कनक, सुवरन, कांचन, सुवर्ण, कञ्चन, काञ्चन, अभ्र, हिरण्य, वरवर्ण, शातकुंभ, शातकुम्भ, शातकौंभ, शातकौम्भ, शुक्र, त्रिनेत्र, चामीकर, पुरुद, ज़र, वर्णि, अर्ह, अवष्टंभ, अवष्टम्भ, श्रीमत्कुंभ, श्रीमत्कुम्भ, रसविरोधक, रंजन, रञ्जन, मनोहर, शतकुंभ, शतकुम्भ, हाटक, शतकौंभ, शतकौंभक, शतकौम्भ, शतकौम्भक, शतखंड, शतखण्ड, भद्र, अश्मकर, मरुत्, दत्र, आग्नेय, वसु, गारुड़, तामरस, तार्क्ष्य, गोल्ड, अग्नि - एक पौधा जिसके फलों के बीज बहुत विषैले होते हैं:"धतूरा भगवान शिव को प्रिय है"
पर्याय: धतूरा, कनक, मंदार, मन्दार, शिवप्रिय, स्वर्णफल, धत्तूर, सुवर्ण, पुरीमोह, सुमन, वृहत्पाटली, शातकुंभ, शातकुम्भ, शिवशेखर, चामीकर, मदनक, कितव, शंकरप्रिय, तीक्ष्णकंटक, तीक्ष्णकण्टक, हेमतरु, धूर्त, तामरस, निस्त्रैणपुष्पिक, तूल, कंचन, हिरण्य - एक कीड़ा जो अपने शरीर से निकले हुए एक प्रकार के तंतुओं से जाला बनाकर उसमें छोटे कीटों आदि को फँसाता है:"मकड़ी का भोजन उसके जाल में फँसे हुए छोटे कीट होते हैं"
पर्याय: मकड़ी, मकरी, तंतुवाय, तंतु-कीट, ऊर्णनाभ, ऊर्णनाभि, मर्कटक, अष्टपाद, अष्टपद - एक पर्वत जो तिब्बत में है और पौराणिक मतानुसार जिस पर भगवान शिव निवास करते हैं :"कैलाश मानसरोवर के पास स्थित है"
पर्याय: कैलाश, कैलास, रजतप्रस्थ, रजताचल, रजताद्रि, शिवलोक, शिवधाम, शिव-धाम, श्वेताद्रि, शंभुगिरि, शम्भुगिरि, शंभुलोक, शम्भुलोक, शिवशैल, शंकरशैल, गणपर्वत, शंकरालय, शंकरावास, कुवेराचल, कुवेराद्रि, भवाचल
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- बालि अष्टापद पर्वत पर घोर तपस्या करने लगा।
- बालि अष्टापद पर्वत पर घोर तपस्या करने लगा।
- वे कैलाश को ' अष्टापद ' कहते हैं।
- वे कैलाश को ' अष्टापद ' कहते हैं।
- यह सुनकर गौतम स्वामी अष्टापद की यात्रा को गए।
- अष्टापद की कुल ऊँचाई 151 फुट है।
- वे कैलाश को अष्टापद कहते हैं।
- वे कैलाश को अष्टापद कहते है।
- वे कैलास को अष्टापद कहते है।
- वे कैलाश को अष्टापद कहते हैं।