जातुधान का अर्थ
[ jaatudhaan ]
जातुधान उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- धर्म-ग्रंथों में मान्य वे दुष्ट आत्माएँ जो धर्म विरोधी कार्य करती हैं तथा देवताओं, ऋषियों आदि की शत्रु हैं:"पुरातन काल में राक्षसों के डर से धर्म कार्य करना मुश्किल होता था"
पर्याय: राक्षस, असुर, दैत्य, दैत, निशाचर, निशिचर, दानव, यातुधान, तमीचर, तमाचारी, नैरृत, नैऋत, अनुशर, अपदेवता, ध्वांतचर, ध्वान्तचर, कर्बर, देवारि, कर्बुर, कैकस, तमचर, सुरद्विष, पलाद, पलादन, अमानुष, नृमर, रात्रिबल, रात्रिमट, निशाविहार, निषकपुत्र, रक्तप, पलंकष, ह्रस्वकर्ण, रेरिहान, रैनचर, त्रिदशारि, लंबकर्ण, लम्बकर्ण, नरांश, तरंत, तरन्त, रक्तग्रीव, कीलालप, अविबुध, नैकषेय, आशर, अशिर, दतिसुत, अश्रय, आकाशचारी, आसर, रजनीचर, आस्रप
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- बाहुक-सुबाहु नीच लीचर-मरीच मिलि , मुँहपीर केतुजा कुरोग जातुधान हैं ।
- नाना पकवान जातुधान बलवान सब ,
- जातुधान अित भट बलवाना ॥३॥ मोर दय परम संदेहा ।
- पूर्वी भारत में कहीं कहीं जातुधान शब्द भी चलन में है।
- पूर्वी भारत में कहीं कहीं जातुधान शब्द भी चलन में है।
- लंक परजारि मकरी बिदारि बारबार , जातुधान धारि धूरिधानी करि डारी है ।।
- लंक परजारि मकरी बिदारि बारबार , जातुधान धारि धूरिधानी करि डारी है ।।
- तेरे बल बानर जिताये रन रावन सों , तेरे घाले जातुधान भये घर-घर के ।
- पूतना पिसाची जातुधानी जातुधान बाम , राम दूत की रजाइ माथे मानि लेत हैं ।।
- जातुधान सेना सब मारी ॥ अब यदि सन्दर्भ न बताये तो यह कह सकते हैं कि लंका तो सपने में जली थी हनुमान जी ने तो जलाई नहीं .