ब्रह्मवृक्ष का अर्थ
[ berhemverikes ]
ब्रह्मवृक्ष उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक पेड़ जिसमें लाल पुष्प लगते हैं:"इस बाग में पलाश की अधिकता है"
पर्याय: पलाश, पलास, किंशुक, टेसू, टेसुआ, ढाक, धाक, पलाश वृक्ष, किंशुक वृक्ष, पड़ाशी, त्रिवृंत, त्रिवृन्त, त्रिपर्ण, त्रिपर्णा, डाख, लाक्षातरु, वक्रपुष्प, पलंकषा, पलंकषी, पूत, पूतदारु, पूतद्रु, पूत-द्रु, यूप्य, बहुपत्र, कनक, मेघद्वार, केसू, ढाँक, रक्तपुष्पक, राजादन, ब्रह्मद्रुम, ब्रह्मपादप, महावरोह, वातपोथ, वातपोथक - बरगद की जाति का एक पेड़ जिसके फल के अंदर छोटे-छोटे कीड़े होते हैं:"वह गूलर की छाँव में बैठा हुआ है"
पर्याय: गूलर, उदुंबर, ऊमर, पीतुदारु, जंतुफल, जन्तुफल, पाणिभुज, श्वेतवल्कल, पुष्पशून्य, शीतवल्क, यूका, हेमदुग्ध, उंबरी, उड़ुंबर, उड़ुंवर, पवित्रक, लघुफल
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- पलाश के प्रति श्रद्धाभाव ऋषियों ने इस प्रकार व्यक्त किया- ब्रह्मवृक्ष पलाशस्तवं श्रद्धां मेधां च देहि मे।
- अर्थात् हे पलाशरूपी ब्रह्मवृक्ष ! आप समस्त वृक्षों के राजा है आप मुझे श्रद्धा और मेधा प्रदान करें।
- जिसकी समिधा यज्ञ में प्रयुक्त होती है , ऐसे हिन्दू धर्म में पवित्र माने गये पलाश वृक्ष को आयुर्वेद ने ' ब्रह्मवृक्ष ' नाम से गौरवान्विति किया है।
- जिसकी समिधा यज्ञ में प्रयुक्त होती है , ऐसे हिन्दू धर्म में पवित्र माने गये पलाश वृक्ष को आयुर्वेद ने ' ब्रह्मवृक्ष ' नाम से गौरवान्विति किया है।
- इसे हिन्दी में ढाक , टेसू , केसू , खाकरा ; संस्कृत में- पलाश , किंशुक , सुपर्णी , ब्रह्मवृक्ष , उर्दू में- पलास पापड़ा ; तेलगू में- मोदूगा पलाश , मातुका टट्टू , तेल मोदुग ; बंगाली में- पलाश गाछ ; गुजराती में-खाकरा ; तमिल में- पुगु , कतुमुसक , किन्जुल आदि नामों से पुकारते है।
- इसे हिन्दी में ढाक , टेसू , केसू , खाकरा ; संस्कृत में- पलाश , किंशुक , सुपर्णी , ब्रह्मवृक्ष , उर्दू में- पलास पापड़ा ; तेलगू में- मोदूगा पलाश , मातुका टट्टू , तेल मोदुग ; बंगाली में- पलाश गाछ ; गुजराती में-खाकरा ; तमिल में- पुगु , कतुमुसक , किन्जुल आदि नामों से पुकारते है।