व्याघ्री का अर्थ
[ veyaagheri ]
व्याघ्री उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- / गुरु भक्त शिवाजी समर्थ गुरु रामदास का पेट दर्द ठीक करने के लिए शेरनी का दूध लाए"
पर्याय: शेरनी, मादा बाघ, मादा व्याघ्र, बाघिन - एक प्रकार का गंधद्रव्य जो सीप अथवा घोंघे की जाति के एक जन्तु विशेष के ऊपरी मुख के आवरण का ढकना होता है:"नख का आकार नाखून की तरह चंद्राकार या कभी गोलाकार भी होता है"
पर्याय: नख, नखरी, अनसखरी, नागदंती, नागदन्ती, नखी, अंजनकेशी, शार्दूलज, श्रीहस्तिनी, विशालाक्षी, स्वल्पनख, पौर, श्वेतघंटा, श्वेतघण्टा, श्वेतपुष्पा, श्वेत-पुष्पा, व्याघ्रनख, व्याघ्रनखी, व्याघ्रनखक, व्याघ्रतला, व्याघ्रदल, व्याघ्रदला, व्याघ्रपुष्प, व्याघ्रायुध, व्याधिखड्ग, व्यालकरज, शंखनख, व्यालखंग, शीतदंतिका, शीतदन्तिका, शुक्लपुष्पी, करभ, नागस्तोफा, नागहनु, वरांगी, शतदंतिका, शतदन्तिका, अश्वखुर, शफ, व्याघ्र-पुष्प, सर्पदंती, सर्पदन्ती, विचक्षणा, व्याड़ायुध
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- मांसाहार से व्याघ्री होती है .
- 11 . व्याघ्री जातक ( सं . सं . 0 0 जे .5 ; 32.228 0 ) *
- 11 . व्याघ्री जातक ( सं . सं . 0 0 जे .5 ; 32.228 0 ) *
- महर्षि पाणिनी ने व्याघ्री को अपने बच्चे को मुँह में ले जाते देखा था और उसी को उन्होंने वर्णोंच्चारण-विधान में आदर्श माना था।
- महर्षि पाणिनी ने व्याघ्री को अपने बच्चे को मुँह में ले जाते देखा था और उसी को उन्होंने वर्णोंच्चारण-विधान में आदर्श माना था।
- * उन्नीसवें परिवर्त में भगवान ने बोधिसत्त्व अवस्था में एक व्याघ्री की भूख मिटाने के लिए अपने शरीर का परित्याग किया था , उसकी चर्चा है।
- किसी का उच्चाटन करना हो तो व्याघ्री ( छोटी कटेरी), वशीकरण के लिए मोर पंखी, मारण हेतु काली मिर्च तथा आकर्षण करने हेतु धतूरा भरने का विधान है।
- बोलने वाले को चाहिये कि न तो वह वर्णों का काटे , न वर्णों को मुँह से बिखरने दे - व्याघ्री यथा हरेत् पुत्रान् दंष्ट्राभ्यां न च पीडयेत्।
- लोक में इसके लिए भटकटैया , कटेरी, रेंगनी अथवा रिंगिणी; संस्कृत साहित्य में कंटकारी, निदग्धिका, क्षुद्रा तथा व्याघ्री आदि; और वैज्ञानिक पद्धति में, सोलेनेसी कुल के अंतर्गत, सोलेनम ज़ैंथोकार्पम (
- इस संदर्भ में वे व्याघ्री का उदाहरण देते हैं कि वह अपने बच्चे को अपने दाँतों से इस तरह उठाती है कि न तो बच्चे नीचे गिरते हैं न ही वे आहत होते हैं।